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रावण

विपक्षियों की रुदन गाथा एक काल्पनिक कथा है जिसका सत्य से…

Positive India:Sarvesh Kumar Tiwari: रुदन गाथा... लंका में रावण युग का अंत हो चुका था। सारे राक्षस मारे जा चुके थे। नगर के अंदर राक्षसियां विलाप कर रही थीं, और बाहर युद्धक्षेत्र में सियार।…

हर वर्ष रावण का पुतला जलाने की क्या आवश्यकता है?

बिल्कुल आवश्यकता है। बल्कि यह आवश्यकता सदैव रहेगी। क्या अब भेष बदल कर लड़कियों के साथ छल करने वाले रावण नहीं है धरती पर? गृहस्थों की गृहस्थी तबाह करने वाली सूर्पनखाएँ नहीं क्या? सज्जन दिखने…

बाबा बैजनाथ की कथा कौन नहीं जानता ?

बैजनाथ धाम के शिवलिंग को कामना लिंग कहते हैं। रावण ने भोलेनाथ से मांगा था कि अपना ऐसा विग्रह दीजिये जो मेरी हर मनोकामना पूरी कर दे। देवघर में स्थापित भोलेनाथ अपने भक्तों की हर कामना पूरी…

कुतर्की और नफरत के शिलालेख लिखने वाले जहरीले लोगों के विमर्श में फंसने से कृपया बचें

तुलसीदास ने रामचरित मानस हिंदी में नहीं अवधी में लिखी है। अवधी जुबान है रामचरित मानस की। और कि किसी भी अवधी वाले से , अवधी जानने वाले से पूछ लीजिए कि अवधी में ताड़न शब्द का अर्थ क्या है ? वह…

रावण की स्त्रियों के बारे क्या सोच थी वह रावण की ही थी तुलसी की नहीं

नारियाँ स्वतंत्र होकर बिगड़ जाती हैं । यद्यपि यह बात तुलसीदास ने चार सौ वर्ष पहले कही थी जब युग ही दूसरा था लेकिन आज भी जिस तरह स्त्रियाँ कभी सूटकेस में कभी तंदूर में कभी प्लास्टिक बैग में…

आदिपुरुष में भगवान राम के पांव में चमड़े का चप्पल ! माता सीता, हनुमान तथा रावण के…

आदिपुरुष बनाते हुए फिल्मकार के पास इतनी भी मेधा नहीं है कि वह तय कर सके, भगवान राम के पांव में चमड़े का चप्पल और कलेजे पर तरकश वाली चमड़े की बेल्ट बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। माता सीता के…

कुतर्की और नफरत के शिलालेख लिखने वाले जहरीले लोगों के विमर्श में फंसने से क्यों बचना…

स्त्री पुरुष दोनों को बराबरी में बिठाते मिलते हैं तुलसीदास रामचरित मानस में। आप को पूछना ही चाहिए , पूछते ही हैं लोग फिर ढोल, गंवार, शुद्र, पशु , नारी । सकल ताड़ना के अधिकारी॥ लिखने की ज़रूरत…