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Uttar Pradesh

त्रिवेणी के विलाप का यह विन्यास

Positive India: Dayanand Pandey: कल हम भी प्रयाग हो आए। गए थे एक पारिवारिक काम से। पर थोड़ा समय मिला तो कुंभ नगरी भी गए। जा कर कुंभ का जायज़ा भी लिया। गए थे संगम नहाने, गंगा नहा कर लौटे।…

राजनारायण और राहुल गांधी में क्या फर्क है?

राजनारायण और राहुल गांधी में एक बड़ा फ़र्क़ है। राजनारायण लोगों को प्रत्यक्ष रूप से हंसाते थे। राहुल गांधी अमूमन अप्रत्यक्ष रूप से हंसाते रहते हैं। राजनारायण समझ जाते थे कि लोग क्यों हंस रहे…

अयोध्या में राम मंदिर में भीड़ अब कभी कम होने वाली क्यों नहीं है?

करोड़ों लोग तो भीड़ कम होने की प्रतीक्षा ही कर रहे हैं । और अभी रामनवमी आने वाली है जो इस बार ऐतिहासिक होगी । रामनवमी की भीड़ में सरयू पर पीपे का पुल मैंने बचपन में टूटते हुए देखा है । आज से…

अयोध्या जी के नाम पर टूलकिटिया गैंग ने व्यर्थ की नौटँकीबाजी क्यों शुरू की?

Positive India:Kumar S: अयोध्या जी के नाम पर ब्यर्थ की नौटँकीबाजी शुरू हो गयी है,, कुछ बेवकूफ टाइप के फेसबुकियों को अनर्गल बोलने का मौका मिल गया है,,, जो कि पूर्णतः गलत है।।।। लोग कुछ…

रामलला को देख देख कर मन अह्लादित है किंतु सावधान !!

रामलला के मंदिर परिसर मे धक्का मुक्की करते बेकाबू जनमानस को देख कर अंदर ही अंदर एक अनजाना भय भी पैदा हो गया कि केवल दो महीने आम चुनाव मे रह गये हैं....और इसी भीड़ मे जलनखोरो के टूलकिटिये…

सारा जगत् ही सीता राम मय क्यो हो गया है ?

सनातन धर्म सही अर्थों में एकेश्वरवादी धर्म है । सारा जगत् ही सीता राम मय है । हमारा राम सातवें आसमान में नहीं बैठता वह तो रोम रोम में रमनेवाला राम है । उसकी मूर्ति से अधिक फलप्रद तो उसका नाम…

चिरयौवना अयोध्या की अधिष्ठात्री देवी अयोध्या को प्रणाम कीजिए !

अयोध्या है कौन जिस के नाम पर यह नगर अयोध्या बसा? नहीं जानते तो पढ़िए कभी कालिदास लिखित रघुवंशम् । तो पता चलेगा कि अयोध्या एक स्त्री का नाम है।

अरे ये तो हमारे प्रभु हैं! अरे हमारे प्रभु श्री राम आ गए!!

चौदह वर्षों की प्रतीक्षा पूरी हुई थी, प्रसन्नता अश्रु बन कर सबकी आंखों से झरने लगी। रुंधे गले से चिल्ला कर निषादराज ने कहा, "सभी अयोध्या चलने की तैयारी करो, प्रभु वहीं जा रहे हैं..."

अखिलेश को नहीं मालूम कि भाजपा ने मंडल और कमंडल की दूरी को ख़त्म कर दोनों को एक कर दिया…

सैकड़ो स्वामी प्रसाद मौर्य और ओमप्रकाश राजभर अखिलेश के साथ चले जाएं। मंडल-कमंडल अब अलग होते नहीं दीखते। फेवीकोल का जोड़ लग गया है।