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अंग्रेज

जाति और भारत की अर्थव्यवस्था

अंग्रेज़ों के आगमन से पूर्व संसार की अर्थव्यवस्था मे भारत का योगदान लगभग 23% था और यह लगातार 1700 वर्षों तक विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रही । जब अंग्रेज़ वापस गये तो विश्व में भारतीय…

साम्यवादी आक्रमण से बचना हमारे देश का सौभाग्य क्यों है?

साम्यवादी आक्रमण इतना सुनियोजित, इतना शातिर और इतना शक्तिशाली था कि आज भी हम उसके थपेड़ों को झेलते हैं।। 100 साल के इस आक्रमण ने हिन्दुओं को सर्वथा बेहोश, विवेकशून्य और हीनभावना से ग्रस्त…

मातृभूमि के दुखांत विभाजन के पीछे फिर था क्या ??

देर चाहे कितना भी हो पाक का विघटन और उसका भारत में विलय निश्चित है...आज स्थितियां अनुकूल हो रही हैं......जहां पाक अधिग्रहीत कश्मीरी नागरिक भारत में मिलने के लिए आतुर है....वहीं बलूच में भी…

नेहरू ने 25 साल बाद सुभाष चंद्र बोस के लिए वकालत की अपनी कोट क्यों पहनी ?

नेहरू ने वकालत के नाम पर दिखावा करने की कोशिश क्यों की? गांधी ने सुभाष चंद्र बोस के हिंसा का हवाला देकर नेहरू को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की? गांधी इरविन समझौता में भगत सिंह को न बचाने के…

नेताजी एक मात्र ऐसे शख्सियत हुए जिन्होंने अपने जीवन के साथ-साथ अपना मृत्यु भी बलिदान…

नेता जी को अपार जनसमर्थन आज एक बार फिर भारत के जनमानस में देखने को मिल रही है। जैसे लग रहा है नेताजी की कभी मरे नहीं तो आज भी जीवित ही हैं। उनकी 125 वी जन्म जयंती पर उनको मेरा शत-शत नमन।

तो पूरा भारत ही अब तक इस्लामी राष्ट्र होता हम सभी मुसलमान होते तालिबान होते !

जावेद अख्तर जैसे सफ़ेदपोश कठमुल्ले इसी लिए जब-तब आर एस एस के प्रति अपनी घृणा और नफरत का इज़हार करते रहते हैं। यह सब तब है जब कि अब आर एस एस वाले बार-बार इस्लाम के अनुयायियों को भी अपना बंधु…

क्रांतिवीर बाबा भान सिंह जिन्हे सेल्युलर जेल में शहादत मिली।किस्त-5

बाबा भानसिंह सुपुत्र सारण सिंह, लुधियाना पंजाब के थे । सन 1915 मे जो लाहौर कांड हुआ, उसके कारण इन्हे आजन्म कारावास के तहत कालापानी की सजा के कारण सेल्यूलर जेल मे रखा गया । जेल मे जेलरक्षको…

काले पानी की वाईपर जेल का अनकहा सच। प्रथम किस्त

चारो तरफ पानी से घिरे इस वाईपर द्वीप समूह से कैदी भाग कर भी कहां जाएगा ? अगर भाग भी गया तो मौत निश्चित है । कहते यह द्वीप किसी अंग्रेज के नाम वाईपर पर रखा गया है। वहीं यह भी कहा जाता है कि…