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नीति आयोग के अटल नवाचार मिशन ने एटीएल टिंकरिंग मैराथन, 2019 के विजेताओं के नामों की घोषणा की

इस प्रमुख पहल का उद्देश्य युवा विद्यार्थियों को नवाचारों के लिए प्रोत्साहित करना है

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Positive India: Delhi ;Aug 05, 2020.

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अटल नवाचार मिशन (एआईएम), नीति आयोग ने देश भर में स्थित 5,000 से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब्स में हुए अपने प्रमुख राष्ट्रीय वार्षिक नवाचार मैराथन चैलेंज एटीएल टिंकरिंग मैराथन, 2019 के परिणामों की घोषणा की और मैराथन के 150 विजेताओं के नामों का ऐलान किया। इस साल, एआईएम ने माईगॉव के साथ भागीदारी में माईगॉव के इन्नोवेटिव प्लेटफॉर्म पर चैलेंज का आयोजन किया था।
इस साल के मैराथन को “अनुसंधान, विचार, नवाचार, कार्यान्वयन- समग्र हित के लिए यादगार नवाचार” की विषय वस्तु के साथ खुद विद्यार्थियों द्वारा ही विशेष रूप से डिजाइन किया गया था। चैलेंज के चरण-1 में विद्यार्थियों द्वारा अपने आसपास से सामने आने वाली समस्याओं को जुटाया गया था। पहले चरण में 4,300 से ज्यादा प्रविष्टियां हासिल हुईं। चरण-2 में चुनी गई समस्याओं पर मतदान कराया गया। इस क्रम में 5,000 से ज्यादा वोट मिले और विद्यार्थियों ने उन समस्याओं को चुना जो अपने आसपास ज्यादा नजर आती थीं। इस साल के मैराथन में नवाचारों से पहले होने वाले अनुसंधान पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
चरण-1 और चरण-2 के आधार पर चार विभिन्न समस्याओं को चुना गया, जो इस प्रकार हैं- एक सतत पर्यावरण और न्याय को समर्थ बनाना, परिणाम आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को समर्थ बनाना, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में वृद्धि, समावेशी और समानता सुनिश्चित करना। विद्यार्थियों ने उक्त चार समस्या वाले क्षेत्रों में से अपनी पसंद की एक या ज्यादा सामुदायिक समस्याओं की पहचान की और कार्यशील प्रोटोटाइप या न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद (एमवीपी) के रूप में नवाचार समाधान विकसित किए।
समाधान विकास के अंतिम चरण में देश के 29 राज्यों और संघ शासित क्षेत्रों के विद्यार्थियों से 1,191 से ज्यादा प्रविष्टियां हासिल हुईं। एक मजबूत मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद शीर्ष 150 दलों का चयन किया गया। 42 प्रतिशत विजेता दल ग्रामीण क्षेत्रों से और 57 प्रतिशत सरकारी विद्यालयों से हैं। लगभग 45 प्रतिशत विजेता दल बालिकाओं से संबंधित हैं।विजेता दलों को उनके नवाचार समाधानों को अगले चरण में ले जाने में सहायता के लिए कई पुरस्कारों और विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के मंचों पर उन्हें ये प्रस्तुत करने की पेशकश की गई है।
सरकारी और निजी क्षेत्र से संबंधित एआईएम भागीदारों की उपस्थिति वाले प्रतिष्ठित पैनलिस्ट ने वर्चुअल भव्य कार्यक्रम में शीर्ष 150 दलों के नामों का ऐलान किया गया। कार्यक्रम में माईगॉव के सीईओ श्री अभिषेक सिंह, आईबीएम इंडिया (दक्षिण एशिया) के महाप्रबंधक तथा आईबीएम इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री संदीप पटेल, डेल टेक्नोलॉजिज के उपाध्यक्ष (आरएंडडी) श्री बी. रुद्रमणि, एडोब इंडिया के उपाध्यक्ष (क्रिएटिव क्लाउड प्रोडक्ट) श्री शानमुघ नटराजन, एआईसी एएलईएपी वी-हब की चेयरपर्सन सुश्री के. रमा देवी और एआईसी अमृता टीबीआई के सीओओ श्री स्नेहल शेट्टी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में एआईएम के मिशन निदेशक आर. रमणन ने कहा, “एटीएल टिंकरिंग मैराथन कार्यक्रम एटीएल विद्यार्थियों के बीच खासा चर्चित हो गया है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी कल्पना और रचनात्मक क्षमता पर काम करने का अच्छा अवसर मिलता है। इस साल एक अलग दृष्टिकोण अपनाया गया, जहां हम चाहते हैं कि अगली पीढ़ी खुद सोचे और समस्याओं के समाधान खोजे।”
उन्होंने कहा, “आपके नवाचार के सफर की अभी शुरुआत हुई है। आपने आवश्यक अनुसंधान किया है, आपने विचार किया है, आपने एक नवाचार की रचना की है। अब इस नवाचार को बाजार के लिए तैयार उत्पाद में तब्दील करने का सफर शुरू होता है। हम आप में से हरेक की प्रशंसा करते हैं और प्रतियोगिता जीतने या नहीं जीतने की परवाह किए बिना आगे का सफर जारी रखने का आह्वान करते हैं।”
सभी भागीदारों का आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि यह सब कुछ विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के साथ भागीदारी के चलते ही संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि ये भागीदार शीर्ष 150 दलों को नवाचार और उद्यमशीलता के अग्रिम चरण में ले जाने का मौका देने में एआईएम, नीति आयोग की सहायता करेंगे।
विजेताओं को बधाई देते हुए माईगॉव के सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा, “यह सिर्फ मैराथन जीतने का मामला नहीं है। एक मैराथन में दौड़ना भी जीतने के समान ही महत्वपूर्ण है। मैं उन सभी लोगों को भी बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने आइडियाज इकट्ठा करने, वोटिंग और मैराथन के सभी चरणों में अपना योगदान दिया है। मैं ऐसे महान कार्य के लिए एआईएम की पूरी टीम को भी बधाई देता हूं। इस मैराथन का हर कदम देश में नवाचार की संस्कृति की स्थापना के लिए अहम था।”
विजेता दलों को एआईएम भागीदारों के साथ सहयोग में उनके प्रोटोटाइप को अमल में लाने के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इनमें अटल इनक्यूबेशन सेंटर का विद्यार्थी नवाचार कार्यक्रम, आईबीएम का विद्यार्थी इंटर्नशिप कार्यक्रम, एडोब का डिजिटल इंटर्नशिप कार्यक्रम शामिल है। इसके अलावा, बालिकाओं के शीर्ष पर आए दलों को विशेष रूप से डेल टेक्नोलॉजिज के मार्गदर्शन में अपने आइडियाज को परिष्कृत करने का अवसर दिया जाएगा।

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