क्या लेफ्ट लॉबी ने स्वीकार लिया है कि भारत विश्व पटल पर उभर कर आया है ?
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
बड़ी मुश्किल से बुद्ध मिलता है और बड़ी मुश्किल से युद्ध भी। भारत 2019 से प्रतीक्षा कर रहा था अर्थात् जब पुलवामा पर अटैक किया गया था, तभी से। अभिनंदन को वापस के लिए इतना इमोशंस फैलाए गए भारत में, कि पाकिस्तान भी बड़ा सतर्क हो गया और भारत का हित अहित बस अभिनंदन जी की वापसी तक सिमट गया। हमें हमारे 40 जवानों के बलिदान के बाद भी महज एक सर्जिकल स्ट्राइक पर संतोष करना पड़ा।
ऐसी ही और भी ढेरों घटनाएं हैं पीछे की। आज फिर वही किया जा रहा। किसी आयशा ने वीडियो डाला है यूक्रेन से। वामपंथी लॉबी में उस वीडियो को खूब इस्तेमाल किया जा रहा। अब बताइए किसी एक व्यक्ति के लिए भारत रूस पर दबाव बनाए? क्या वास्तव में भारत के लेफ्ट लॉबी ने स्वीकार लिया है कि विश्व पटल पर उभर कर आया है? आज का भारत ’14 से पहले के भारत से बिल्कुल अलग है?
क्या इसके लिए लेफ्ट लॉबी यूक्रेनियन राजदूत के बयान को दोहरा सकता है? इस बयान में डॉ इगोर पोलिखा ने कहा कि भारत ग्लोबल पावरफुल प्लेयर है और मोदी जी इज वन ऑफ द मोस्ट पावरफुल रिस्पेक्टेड लीडर ऑफ द वर्ल्ड। पोलिखा के इस बयान को कोई डिजाइनर मीडिया लिखने बोलने को भी तैयार नहीं।
लेफ्ट लॉबी आज भी भारत और मोदी जी के ग्लोबल लीडरशिप को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं कर रहा। मुझे लगता है यह भी ठीक ही है। मोदी जी के हित में भी और भारत के हित में भी। ताकि जो होना है होने में कोई बाधा नहीं होगी।
विशाल झा