अखिलेश यादव ने 19 दुर्दांत आतंकवादियों की रिहाई का आदेश क्यों दिया था?
-सतीश चन्द्र मिश्रा की कलम से-
Positive India:Satish Chandra Mishra:
पिछले 9 सालों के दौरान यह देखने सुनने के लिए आंखें तरस गईं, कान तरस गए कि कोई मीडिया संस्थान, कोई एंकर एडिटर, रिपोर्टर उत्तप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) से यह सवाल पूछेगा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव की सरकार ने नरपिशाच सरीखे उन 19 दुर्दांत आतंकवादियों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे बिना शर्त वापस ले कर उनकी रिहाई का आदेश क्यों दिया था, जिसके लिए उच्च न्यायालय ने अखिलेश सरकार को बुरी तरह फटकारा था और उस आदेश को रद्द कर दिया था। ध्यान रहे कि बाद में उन 19 आंतकवादियों में से 5 आतंकियों को कोर्ट से मृत्युदंड दिया गया। अन्य को आजीवन कारावास का दंड दिया गया। अर्थात वो सभी 19 आतंकवादी निर्दोष नहीं थे। वो दुर्दांत आतंकी थे। उनके खिलाफ ठोस साक्ष्य थे। इसके बावजूद उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे बिना शर्त वापस लेकर, उन्हें रिहा कराने की कोशिश कर के अखिलेश यादव यूपी का क्या कौन सा विकास कैसे करना चाहते थे.?
दुर्भाग्य से अखिलेश यादव से यह सवाल पिछले 9 सालों से देश या उत्तरप्रदेश का मीडिया क्यों नहीं पूछ रहा है.?
आज #TimesNowNavbharat न्यूजचैनल द्वारा
#NavnirmanManchUP नाम से लखनऊ में की जा रही सवाल जवाव की नौटंकी में अखिलेश यादव के साथ सवाल जवाब का ड्रामा पूरा देखा। लेकिन इस ड्रामें की पटकथा से उपरोक्त सवाल गायब ही दिखा।
उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनावों से ठीक पहले शुरू हुई सवालों जवाबों की इस न्यूजचैनली नौटंकी का चरित्र चेहरा, उनका उद्देश्य उजागर करता है उपरोक्त सवाल।
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा-(ये लेखक के अपने विचार है)